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भारत में न्यायिक पुनरावलोकन की शक्ति ने न्यायपालिका को विस्तृत अधिकार प्रदान किये है ? यह कहा तक उचित है | संवैधानिक प्रावधानों को देखते हुए विवेचना कीजिये | [२००]
प्रधानमंत्री कल योगा पुरस्‍कार प्रदान करेंगे और 12 आयुष स्‍मारक डाक टिकट जारी करेंगे, 10 आयुष स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों का शुभारंभ करेंगे

प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी कल नई दिल्‍ली के विज्ञान भवन में योग के संवर्धन और विकास में उल्‍लेखनीय योगदान के लिए प्रधानमंत्री पुरस्‍कार के विजेताओं को पुरस्‍कार प्रदान करेंगे। इन पुरस्‍कारों की घोषणा रांची में अंतर्राष्‍ट्रीय योग दिवस के अवसर पर की गई थी। आयुष मंत्रालय द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में पिछले साल के दो विजेताओं को भी पुरस्‍कार प्रदान किये जायेंगे।

इस अवसर पर प्रधानमंत्री विद्वानों, चिकित्‍सकों और आयुष प्रणालियों से इलाज करने वालों के सम्‍मान में 12 स्‍मारक डाक टिकटें जारी करेंगे। इन स्‍मारक डाक टिकटों पर आयुष प्रणालियों के इन इलाज करने वालों के महान कार्यों पर प्रकाश डाला जाएगा तथा उनकी उपलब्धियों का अभिनंदन किया जाएगा।

योग के संवर्धन और विकास में उल्‍लेखनीय योगदान के लिए प्रधानमंत्री पुरस्‍कार की स्‍थापना और घोषणा 21 जून, 2016 को दूसरे अंतर्राष्‍ट्रीय योग दिवस के अवसर पर चंडीगढ़ में आयोजित कार्यक्रम के दौरान की गई थी। तब से यह पुरस्‍कार इस क्षेत्र में योगदान देने वाले प्रमुख व्‍यक्तियों को दिया जाता है। वर्तमान वर्ष में 79 नामांकनों और पिछले साल के 186 नामांकनों में से विभिन्‍न श्रेणियों के अनतर्गत विजेताओं का चयन किया गया। विजेताओं की घोषणा रांची में अन्‍तर्राष्‍ट्रीय योग दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान की गई थी। प्रत्‍येक पुरस्‍कार विजेता को 25 लाख रुपये का नकद पुरस्‍कार, ट्रॉफी और प्रमाण पत्र से नवाजा जाएगा।

वर्ष 2019 के योग पुरस्‍कार विजेता हैं,- व्यक्तिगत-राष्ट्रीय श्रेणी में लाइफ मिशन, गुजरात के स्वामी राजर्षि मुनि, , व्‍यक्तिगत-अंतर्राष्ट्रीय श्रेणी में इटली की सुश्री एंटोइत्ता रोजी, संगठन-राष्ट्रीय श्रेणी में, बिहार स्कूल ऑफ योग, मुंगेर, बिहार और अंतर्राष्ट्रीय संगठन श्रेणी में जापान योग निकेतन, संगठन जापान तथा वर्ष 2018 के योग पुरस्कार के विजेता हैं- व्यक्तिगत-राष्ट्रीय श्रेणी में श्री विश्वास मांडलिक, नासिक और संगठन – राष्ट्रीय श्रेणी में योग संस्थान, मुंबई।

प्रधानमंत्री हरियाणा में 10 आयुष स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों का भी शुभारंभ करेंगे और यह अगले तीन वर्षों में 12,500 आयुष स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों को चालू करने की आयुष मंत्रालय की प्रतिबद्धता के अनुरूप हैं। समग्र प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के लिए आयुष्मान भारत के तहत स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों में आयुष संघटकों को सम्मिलित किया गया है। ये केंद्र राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति, 2017 को पूर्णता प्रदान करेंगे, जिसमें पारंपरिक स्वास्थ्य सेवा प्रणाली की आयुष सेवाओं को सम्मिलित किए जाने और मुख्यधारा में लाने पर जोर दिया गया है। यह व्यापक स्वास्थ्य देखभाल प्राप्त करने के लिए समग्र, निवारक, उपचारात्मक, पुनर्वास और प्रशामक आयुष को मुख्यधारा में लाने की एक ऐतिहासिक शुरुआत होगी। इन स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों में मुख्‍य रूप से समाज को प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल के लिए आयुष आधारित स्वस्थ भोजन और जीवनशैली, सामाजिक व्यवहार और औषधीय पौधों के उपयोग को आत्‍मसात कर ‘स्‍वयं की देखभाल’ करने में समर्थ बनाने पर ध्‍यान केन्द्रित किया जाएगा। विभिन्‍न प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं के निदान और दवाओं के लिए भी प्रावधान किये जायेंगे। ये सेवाएं वर्तमान में जारी राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों के अलावा होंगी।

उपभोक्ता मूल्य सूचकांक पर आधारित खुदरा महंगाई दर जुलाई, 2019 में 3.15 फीसदी रही

सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्‍वयन मंत्रालय के केन्द्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) ने आज जुलाई, 2019 के लिए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) पर आधारित महंगाई दर के आंकड़े जारी किए। इस दौरान ग्रामीण क्षेत्रों के लिए सीपीआई आधारित महंगाई दर 2.19 फीसदी (अनंतिम) रही, जो जुलाई 2018 में 4.11 फीसदी थी। इसी तरह शहरी क्षेत्रों के लिए सीपीआई आधारित महंगाई दर जुलाई, 2019 में 4.22 फीसदी (अनंतिम) आंकी गयी, जो जुलाई 2018 में 4.32 फीसदी थी। ये दरें जून 2019 में क्रमशः 2.21 तथा 4.33 फीसदी (अंतिम) थीं।

केन्द्रीय सांख्यिकी कार्यालय ने आज जुलाई, 2019 के लिए उपभोक्ता खाद्य मूल्य सूचकांक (सीएफपीआई) पर आधारित महंगाई दर के आंकड़े भी जारी किए। इस दौरान ग्रामीण क्षेत्रों के लिए सीएफपीआई आधारित महंगाई दर 0.57 फीसदी (अनंतिम) रही जो जुलाई 2018 में 2.18 फीसदी थी। इसी तरह शहरी क्षेत्रों के लिए सीएफपीआई आधारित महंगाई दर जुलाई, 2019 में 5.61 फीसदी (अनंतिम) आंकी गई जो जुलाई, 2018 में -0.36 फीसदी थी। ये दरें जून 2019 में क्रमशः 0.43 तथा 5.63 फीसदी (अंतिम) थीं।

अगर शहरी एवं ग्रामीण दोनों ही क्षेत्रों पर समग्र रूप से गौर करें तो उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) पर आधारित महंगाई दर जुलाई, 2019 में 3.15 फीसदी (अनंतिम) आंकी गई है, जो जुलाई 2018 में 4.17 फीसदी (अंतिम) थी। वहीं, सीपीआई पर आधारित महंगाई दर जून 2019 में 3.18 फीसदी (अंतिम) थी। इसी तरह यदि शहरी एवं ग्रामीण दोनों ही क्षेत्रों पर समग्र रूप से गौर करें तो उपभोक्ता खाद्य मूल्य सूचकांक (सीएफपीआई) पर आधारित महंगाई दर जुलाई, 2019 में 2.36 फीसदी (अनंतिम) रही है, जो जुलाई, 2018 में 1.30 फीसदी (अंतिम) थी। वहीं, सीएफपीआई पर आधारित महंगाई दर जून 2019 में 2.25 फीसदी (अंतिम) थी।

सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्‍वयन मंत्रालय के केन्द्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) ने उपभोक्ता‍ मूल्य सूचकांक (सीपीआई) के लिए आधार वर्ष को 2010=100 से संशोधित करके 2012=100 कर दिया है। यह संशोधन जनवरी 2015 के लिए सूचकांकों को जारी किए जाने से प्रभावी किया गया है।

सामान्य सूचकांकों और सीएफपीआई में मासिक बदलावों का विस्तृत विवरण जानने के लिए अंग्रेजी का अनुलग्नक यहां क्लिक करें