(SANSAD TV) Mudda Aapka: Koo App: Self-Reliant | कामयाबी वाला ‘कू’ | 04 March, 2022
इस साल koo भारत में ट्विटर के ढाई करोड़ यूज़र से ऊपर निकल जाएगा. मार्च 2020 में लॉन्च किए गए Koo ऐप को एशिया पैसिफिक क्षेत्र के अगले 5 सबसे हॉट प्रोडक्ट्स की लिस्ट में नंबर 3 पायदान पर रखा गया था।
इस रिपोर्ट में सिर्फ दो भारतीय ब्रांड शामिल थे।
कू ऐप लोगों के डिजिटल जीवन को आकार देने वाले सबसे उभरते भारतीय डिजिटल उत्पादों में से एक है। कू अभी हिंदी, अंग्रेज़ी समेत 10 भाषाओं में उपलब्ध है और इस साल इसे देश की 22 राजकीय भाषाओं में उपलब्ध कराने का लक्ष्य है। 2 करोड़ से ज्यादा यूजर्स का माइलस्टोन हासिल कर चुके Koo मंच पर दुनिया के 75 देशों के यूजर्स हिंदी में कू करते हैं। फिलहाल इस मंच पर अमेरिका, कनाडा, यूनाइटेड किंगडम, सिंगापुर, नाइजीरिया, यूएई, नेपाल, ईरान समेत 75 देशों से यूजर्स हिंदी में Koo करके अपने दिल की बात ऑनलाइन रखते हैं। ऐप पर फिलहाल हिंदी यूजर्स की कुल संख्या 76 लाख है। 2022 के आख़िर तक भारत में दस करोड़ यूज़र्स तक पहुँचना चाहता है. Koo ऐप का विस्तार भारत से बढ़ाकर अन्य देशों में भी किया जायेगा। Koo ऐप केवल भारत में ही नहीं बल्कि नाइजीरिया में भी उपलब्ध है। कहा जा रहा है कि जून 2022 के बाद से इस ऐप को साउथ ईस्ट एशियाई बाजार में भी पेश किया जा सकता है। साथ ही इस ऐप को साउथ एशिया में टेस्ट किया जाएगा। अगले साल 10 करोड़ से भी ज्यादा लोग इसे डाउनलोड कर चुके होंगे। मुद्दा आपका में आज बात देसी माइक्रोब्लॉगिंग ऐप koo और आने समय में चुनौतियों की।
Guests:
1. Mayank Bidawatka, Co-Founder, Koo App
मयंक बिदावतका, सह-संस्थापक, Koo App
2. Pawan Duggal, Senior Advocate, Cyber Law
पवन दुग्गल, वरिष्ठ अधिवक्ता, साइबर कानून
3. Jiten Jain, Social Media Expert
जितेन जैन, सोशल मीडिया टेक्नोलॉजी एक्सपर्ट
Anchor: Preeti Singh
Producer: Pardeep Kumar, Sagheer Ahmad
Assistant Producer: Surender Sharm