(SANSAD TV) Mudda Aapka: Lockdown Challenges and Changes in India
करीब दो साल पहले देश में पहली बार लॉकडाउन लगाया गया था। पहली बार जब लॉकडाउन का ऐलान किया गया तो ऐसा लगा कि शायद 21 दिनों में देश कोरोना पर विजय हासिल कर लेगा और जीवन फिर से सामान्य हो जाएगा। लेकिन ये दौर लंबा खिंचा। और इसके बाद कई मायनों में हमारी जिंदगी बदल गई। पिछले दो सालों में काफी कुछ बदला है। इस बीच भारत में लगातार स्थिति सुधर रही है। तेजी से वैक्सिनेशन अभियान चलाया जा रहा है। लोगों में कई नई आदतें बनीं हैं। हमने बहुत कुछ खोया है लेकिन बहुत कुछ पाया भी। स्वच्छता के प्रति लोगों में जागरुकता बढ़ी है। ऑनलाइन भुगतान बढ़ा है। शिक्षा प्रणाली पर महामारी का व्यापक प्रभाव पड़ा। भारत की GDP जो एक समय में सबसे निचले स्तर पर पहंच गई थी। लेकिन पिछले दो साल में ही देश ने उम्मीद से बेहतर रिकवरी हासिल कर ली। GDP अपने सबसे निचले स्तर से 30% तक सुधर चुकी है। बेरोजगारी दर भी 15% तक घट गई। सेंसेक्स सर्वोच्च स्तर को छूने के बाद अब लॉकडाउन के समय से करीब 31 हजार अंकों की बढ़त ले चुका है। इतिहास में पहली बार निर्यात 400 अरब डॉलर के पार चला गया है। स्वास्थ्य पर खर्च बहुत बढ़ा है। शिक्षा के क्षेत्र में व्यापक प्रभाव के बाद… डिजीटलीकरण और हर एक तक पहुंच सुनिश्चित की जा रही है। मुद्दा आपका में आज बात महामारी और लॉकडाउन के बाद बदली तस्वीर और खास तौर से एमएसएई , शिक्षा और स्वास्थ्य पर पड़े प्रभाव और चुनौतियों की।